बैरिया, बलिया। इम्ब्राहिमाबाद नॉबरार के सात कटान पीड़ितों को सात वर्ष बाद अंततः पट्टे के जमीन पर रविवार को तहसीदार बैरिया की उपस्थिति में उन्हें कब्जा दिलाया गया। बताते चले कि 2014 से ये कटान पीड़ित अपना घर घाघरा में विलीन होने के बाद से दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर रहे। ऐसे अभी इनके बहुत सारे साथी आज भी खुले आसमान के नीचे बंधो पर रहने को विवश है। इसी बीच ऐसे लोगो को पीडब्लूडी के तरफ से बंधे की चौड़ाई बढ़ाने के लिये इन्हें बंधा को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है। इन कटान पीड़ितों की समस्या को लेकर इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह द्वारा इन्हें साथ लेकर दर्जनों बार अनशन,धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन तक भी किया जा चुका है। ऐसे में इन सात लोगो को पट्टा काटकर उन्हें बसाने की मुहिम ने इन कटान पीड़ितों के बीच एक आशा की किरण जगी है कि शायद अगला पट्टा मेरे नाम का होगा जिस पर अपना आशियाना बनाया जा सके। पट्टा आवंटितो को तहसीलदार, नायब तहसीलदार, लेखपाल,कानूनगो द्वारा बकुल्हा नवीन परती में इम्ब्राहिमाबाद के कटान पीड़ितों मदन चौधरी,पचरतनी देवी पत्नी स्व. विजय चौधरी, गीरधारी चौधरी, सत्रोहन पासवान,राजिन्दर पासवान, मुन्ना पासवान,रामचन्द्र पासवान को बसाया गया। ये सभी लोग 2014 से बेघर होकर बंधे पर शरण लिए हुए थे। जमीन का पट्टा अपने नाम से मिल जाने से इन सात परिवारों में खुशी का माहौल बना हुआ है ।