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40दिन बाद खुला क्रय केन्द्र, किसानों के नुकसान की भरपाई कैसे?


बैरिया। योगी सरकार की योजना थी कि पुरे प्रदेश में एक अप्रैल से गेहूं क्रय केंद्र प्रारंभ हो जाएगा। लेकिन इसके विपरित तय समय से चालीस दिन बाद किसानों के दबाव में लालगंज के नाम पर निर्धारित क्रय केंद्र कवलेश्वर महाविद्यालय बहुआरा में मंगलवार को क्षेत्रीय विधायक की उपस्थिति में शुभारंभ किया गया।
बता दें मुरलीछपरा ब्लाक में दो गेहूं क्रय केंद्र सोनबरसा एवं लालगंज में निर्धारित किया गया था। किसानों द्वारा गेहूं विक्रय के सभी कागजी कार्रवाई पुरे कर लेने के बावजूद क्रय केंद्र संचालित नहीं हो रहा था जिससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा था। किसानों द्वारा इसकी शिकायत तहसील प्रशासन एवं क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह से किया गया। जिस पर विधायक के प्रयास से मंगलवार को लालगंज का क्रय केंद्र प्रारंभ हो सका। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक के अलावा उपजिलाधिकारी प्रशांत कुमार नायक,नायब तहसीलदार रजत सिंह, विपणन अधिकारी प्रदीप जायसवाल, क्षेत्राधिकारी सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे। क्रय केंद्र खुलने से कई किसानों में खुशी देखी गई तो वहीं कितने किसानों में यह भी आक्रोश देखा गया क्योंकि किसान पैसे के अभाव में अपना गेहूं क्रय केंद्र समय से नहीं खुलने से सस्ते दामों में बेच दिये है।बहुत से किसानों का गेहूँ खुले आसमान मे होने के वजह से भीग भी गया है।सरकार किसानों की हित की बात करती है।लेकिन होता कुछ और है।बैरिया मे भाजपा के सभी दिग्गज नेताओं का घर होने के बावजूद किसानों के साथ इस प्रकार का अन्याय के लिए दोषी कौन है।यही बात वह किसान पुछ रहे है जो पैसे के अभाव मे अपना गेहूं विचौलियों को बेच चुके है।

Dainik Anmol News Team