बैरिया | अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुबे छपरा,बलिया के राष्ट्रीय सेवा योजना के ईकाई द्वारा चल रहे सप्तदिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन बुधवार को गतिविधि प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित रही। सभी स्वयंसेवी अपने पड़ाव स्थल प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर/उदई छपरा में समवेत राष्ट्र गान तथा संकल्प गीत का गायन किया। तदुपरांत रैली के रूप में पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न नारे को लगाते हुए ग्राम भ्रमण किये और टोलियों में बंटकर जान-जागरूकता अभियान चलाए। वापस महाविद्यालय में आकर आम,अमरूद,अशोक, नीबू,शीशम तथा पुष्प में गुलाब, चमेली इत्यादि पौधे को रोपित किया गया तथा जल से सींचा गया।इसके बाद 3 बजे एक बौद्धिक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक था ‘मानव और पर्यावरण संरक्षण’ । गोष्ठी में विषय प्रवर्त्तन और संचालन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय मिश्रा ने पर्यावरण संरक्षण विषय चयन करने का कारण एवं इसके विषय वस्तु पर विस्तार से प्रकाश डाला। राजनीति शास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शिवेश रॉय ने यजुर्वेद के श्लोक को सुनाते हुए कहा कि यदि हम हम प्रकृति का संरक्षण करेंगे तो प्रकृति भी हमारा पोषण करेगी। भूगोल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अजित यादव ने कहा कि जैव मंडल के घटक भूमि,पानी तथा हवा में तालमेल बनाकर और मित्रवत व्यवहार से ही पर्यावरण को संरक्षित रखा जा सकता है।समाज शास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सिद्धार्थ कुमार ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा कि जीवन केवल जैव मंडल में ही है और इसके तीनों घटकों भूमि ,जल और हवा को संरक्षण देना जरूरी है।इन्होनें पौधरोपण से होने वाले लाभों को विस्तार से समझाया तथा जागरूकता बढ़ाने की अपील की। प्राचार्य डॉ गौरीशंकर द्विवेदी ने आभासी आशीर्वाद प्रदान किया।इस अवसर पर डॉ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, डॉ विवेक मिश्र,डॉ परमानंद पांडेय, रविन्द्र ठाकुर व योगेंद्र शाह इत्यादि उपस्थित रहे।