पूर। विगत 2 वर्षों से लुकछिप कर मिल रहे एक ही गाँव के प्रेमी प्रेमिका आखिर परिवारजनों की नजर में आने के बाद गाँव मे ही दोनों पक्षो की ओर से तथा संभ्रात व्यक्तियों के बीच चली लंबी पंचायत के बाद दोनों पक्षो के राजी हो जाने के बाद मां सिद्धिदात्री धाम एकइल मंदिर में शादी रचा कर एक दूजे के हो गए।
क्षेत्र के ही खैरा गाँव निवासी सुनील राजभर 22 वर्ष पुत्र चंद्रभान राजभर अपने ही गाँव के फुला राजभर 20 वर्ष पुत्री हीराचन्द राजभर दोनों के बीच विगत कई महीनों से आपस मे प्रेम प्रसंग चल रहा था।जिसकी जानकारी होने पर दोनों परिवारों के तरफ से सामाजिक ऊंच नीच का हवाला देते हुए दोनों को समझाने बुझाने की अनेको बार नाकाम कोशिश की गई थी लेकिन हर बार समझने बुझाने के बाद भी इनका प्रेम परवान चढ़ता जा रहा था।इसको लेकर कई बार आपस मे पंचायत भी हुई थी लेकिन प्रेमी प्रेमिका का प्रेम कम होने के बावजूद बढ़ता ही गया। लड़की के परिजनों का कहना था कि जब हमे पता चला कि लड़की कुछ महीनों की प्रेंग्नेंट है तो चुकी स्वजातीय होने के कारण हमने लड़के पर शादी करने के लिए दबाव डालने लगे लेकिन लड़का एवं उसके परिजनों द्वारा हिला हवाली की जाने लगी।अंततः यह बात गाँव के प्रधान माया देवी एवं पूर्व प्रधान कुबेर यादव के यहाँ पहुंची तो शुक्रवार को गाँव में ही ग्रामीणों एवं कुछ सम्भ्रात व्यक्तियों के बीच पंचायत बुलाई गई।पंचायत में निर्णय लिया गया कि प्रेमी एवं प्रेमिका की शादी करा दिया जाए। दोनों पक्षो के सहमति के बीच क्षेत्र के एकइल गाँव मे स्थित माँ सिध्दिदात्री देवी के मंदिर में एक दूजे को वर माला पहनाकर तथा प्रेमी द्वारा प्रेमिका की मांग भरकर एक दूजे के हो गए।
इस अवसर पर पंडित राम नारायण तिवारी,कुबेर नाथ यादव ग्राम प्रधान, हीरामन यादव, राजू यादव ,अरविंद यादव ,शिव कुमार सिंह ,जितेंद्र मोहन श्रीवास्तव ,इंद्रजीत राजभर, शेषबाबू यादव, पिकू सिंह, शशिकांत सिंह, बृजेश सिंह, राज मोहन सिंह, एडवोकेट धनंजय तिवारी इत्यादि लोग उपस्थित रहे।