बैरिया,बलिया। थाना क्षेत्र में वर्तमान समय मे बाइक चोरों का गैंग सक्रिय है। इन चोरों द्वारा चोरी की गाड़ियों से बैंक लूट,शराब तस्करी व छिनैती का कार्य करते हैं तथा पकड़े जाने पर इसे छोड़कर फरार हो जाते है। ऐसे में पुलिस इनके स्थाई पते का जानकारी लगा पाने में असफल रहती है। वजह लगभग गाड़िया चोरी की ही रहती है। गत बुधवार को थाना क्षेत्र के दो अलग अलग स्थानों बैरिया व रानीगंज बाजार से चोरों ने दो बाइक को चुरा कर फरार हो जाने में बाइक चोर सफल हो गये। दोनों बाइक के वाहन स्वामी ने इसकी लिखित शिकायत बैरिया थाना को दी है। समाचार भेजे जाने तक अज्ञात वाहन चोर के खिलाफ समाचार भेजे जाने तक भी मुकदमा दर्ज नही किया गया था। बताते चले कि बैरिया निवासी मनीष फार्मा के प्रोपराइटर मनीष कुमार अपनी टीवीएस अपाची बाइक को तहसील के समीप अपने आवास के सामने सड़क पर खड़ा कर किसी काम से घर मे गया था। थोड़ी देर बाद बाहर निकला तो बाइक वहाँ से गायब थी। मनीष द्वारा अगल बगल काफी देर तक ढूंढने के बाद भी कोई जानकारी नही मिलने पर मनीष ने अपनी बाइक चोरी की लिखित तहरीर बैरिया थाना को दी है। दूसरी घटना रानीगंज बाजार स्थित सेंट्रल बैंक के पास की है। थाना क्षेत्र के कोड़हरा नॉबरार के शंकर नगर निवासी अमरजीत अपनी बाइक खड़ी कर सेंट्रल बैंक में पैसा निकालने गया था। अमरजीत ने बताया कि मैं दूध का कारोबार करता हूँ। अपना तथा अगल बगल के गांव के पशु पालकों से दूध खरीदकर समितियो पर बेचता हूँ। समिति के संचालक ने नगद पैसा न देकर मुझे सेंट्रल बैंक का चेक दिया था। जिसे मैं जमा कर बैंक से पैसा निकालने अपनी बाइक को बैंक के बाहर खड़ाकर बैंक के अंदर गया था। थोड़ी देर बाद बैंक से बाहर निकला तो हमारी बाइक उक्त जगह पर नही मिली। काफी खोजबीन करने के बाद बाइक नही मिलने पर मैंने बाइक चोरी की लिखित तहरीर थाना पुलिस को दे दी है। इधर विगत कुछ माह से बाइक चोरी की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। बैरिया बाजार के विभिन्न बैंकों के पास से रानीगंज बाजार व बैंकों से तहसील परिसर सहित अन्य जगहों से बाइक चोरी की घटना आम हो गयी है। वाहन स्वामियों में हमेशा एक डर का माहौल बना रहता है कि कहीं हमारी बाइक पर चोर हाथ साफ न कर दें। तहसील परिसर में अधिवक्ता अपनी बाइक में डबल लॉक लगाकर भी अपनी बाइक का दिन में दस बार चेक कर रहे है। उन्हें हमेशा डर बना रहता है कि कही हमारी बाइक चोरी न हो जाय। स्थानीय पुलिस समय समय पर बड़ा अभियान चलाकर ऐसे बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश भी करती है। बाइक चोर गैंग के सदस्यों को उसके निशानदेही पर बाइक बरामद कर उसे जेल भी भेजती है परंतु क्षेत्र से बाइक चोरी का सिलसिला बदस्तूर जारी रहता है। ऐसे में पुलिस के सामने बाइक चोरों को पकड़ने की चुनौती हमेशा बनी रहती है।