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बिहार में एक और बीपीएससी शिक्षक की पकडौआ शादी, कहानी कुछ हट के

जमुई | पकड़ौआ शादी या हाथपकड़ा शादी या जबरिया शादी के लिए बिहार कुख्यात रहा है। बिहार लोक सेवा आयोग से शिक्षक बने एक युवक की शादी के कुछ दिनों बाद एक दूसरे केस की सुनवाई के बाद पटना हाईकोर्ट ने ऐसी शादियों को अमान्य करार दिया था। लेकिन, फिर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लग गई। अब बिहार के जमुई से ऐसे ही बीपीएससी टीचर की जबरिया शादी का मामला सामने आया है। यह शादी जबरिया तो है, लेकिन खरमास में ऐसी शादी होने के पीछे भी एक लंबी कहानी है। और, यह कहानी प्रेम के बाद पारिवारिक हामी और फिर नौकरी मिलते ही दूरी बनाने के बाद जबरिया शादी के रूप में अंत तक पहुंची है।

पहले हुआ प्यार फिर तय हुई शादी
शादी गिद्धौर थाना क्षेत्र के गिद्धौर शिव मंदिर में हुई है। दरअसल कहानी जमुई जिले की है, जहां चकाई प्रखंड अंतर्गत बामदह के वेलदारी गांव निवासी सत्यनारायण वर्मा के पुत्र मुकेश कुमार वर्मा की शादी चकाई प्रखंड अंतर्गत बामदह से ही सटे केंदुआडीह गांव निवासी पूर्णिमा कुमारी उर्फ सपना से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दो वर्ष पूर्व तय हुई थी। शादी तय होने से पहले दोनों एक दूसरे से वर्ष 2015 से प्रेम करते थे। घर वालों को जानकारी मिलने के बाद दोनों के घर वालों ने शादी तय कर दी। शादी तय होने के बाद मुकेश और पूर्णिमा दोनों के प्रेम की प्रगाढ़ता बढ़ती चली गई और अब दोनों एक-दूसरे से घंटो बातें करने लगे। एक साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे। फिर दोनों चकाई बाजार और देवघर आना जाना शुरू हुआ और इस दौरान भेंट मुलाकात भी होने लगी।
बीपीएससी शिक्षक बनते ही बदल गया प्यार
शादी तय होने के बाद मुकेश ने बीते वर्ष शिक्षक बहाली के लिए बीपीएससी की परीक्षा पास कर शिक्षक के पद पर चयनित हुए और ट्रेनिंग के लिए पिछले छह महीने से गिद्धौर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनझुलिया में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। वहीं पूर्णिमा का कहना है कि शादी लगने के एक वर्ष तक उसके मुकेश के बीच में सब कुछ ठीक-ठाक था। जब से मुकेश बीपीएससी की परीक्षा पास कर शिक्षक के पद चयनित हुआ तब से इसका रवैया उसके प्रति बदल गया था। पिछले पांच महीनों से न तो पूर्णिमा का फोन रिसीव रहा था और न ही उससे कोई संबंध रखना चाह रहा था।

पुलिस ने भी नहीं की मदद
मुकेश के बदले व्यवहार से दोनों के घर वाले भी परेशान रहने लगे। इस बात को लेकर कई बार गांव में पंचायत बुलाई गई। पंचायत में मुकेश और उसके स्वजनों को बहुत समझाया गया था, लेकिन मुकेश किसी की बात मानने को तैयार नहीं था। वह अब शादी तोड़ने की जिद पर अड़ा था। पूर्णिमा ने बताया कि बीते दिसंबर माह में भी उसने गिद्धौर थाने में साक्ष्य सहित मुकेश की शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने पूर्णिमा की कोई मदद नहीं की|

परिजनों ने करवाई जबरिया शादी
फिर पूर्णिमा ने अपने घरवालों की मदद से बुधवार की रात्रि गिद्धौर बाजार के दो नंबर रोड में किराए के मकान पर रह रहे मुकेश को बुलाया और शिवमंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उससे शादी कर ली गई। इस जबरिया शादी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

Dainik Anmol News Team