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शेमुशी विद्यापीठ के बच्चों द्वारा दशहरा का त्यौहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।

दोकटी ( बलिया) दशहरा के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है कालरात्रि की पूजा शक्ति की पूजा मानी जाती है नवरात्रि में इस अवधि में ब्रह्मांड के सारे ग्रह एकत्रित होकर सक्रिय हो जाते हैं। जिसका दुष्प्रभाव प्राणियों पर पड़ता है ग्रहों के इसी दुष्प्रभाव से बचने के लिए नवरात्रि में दुर्गा पूजा की जाती है दुर्गा दुखों की नाश करने वाली देवी है ।इसीलिए नवरात्रि में जब उनकी पूजा आस्था और श्रद्धा के साथ की जाती है तो उनकी नव शक्तियां जागृत होकर नौ ग्रहों को नियंत्रित करती है इसी मान्यता को ध्यान में रखते हुए दशहरा में मां दुर्गा की पूजा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। सप्तमी के दिन शेमुशी विद्यापीठ के बच्चियों द्वारा बड़ा ही सुंदर तरीके से मां दुर्गा का रूप धारण करके उनके द्वारा राक्षसों का वध किया गया ।व श्री रामचंद्र जी का रावण पर विजय भी बच्चों ने अपनी कलाकृतियों के द्वारा बड़ा सुंदर ही ढंग से दिखाया गया। दशहरा के इस कार्यक्रम में विद्यालय के चारों हाउस के बच्चों द्वारा अलग-अलग तरीकों से मां दुर्गा की पूजा अर्चना तथा उनके द्वारा शिंभूऔर निशुंभ व महिषासुर का वध दिखाया गया साथ ही अशोक वाटिका में सीता जी से हनुमान का मिलन राम रावण युद्ध में रावण का पराजित होना बड़ा ही सुंदर ढंग से दिखाया गया इसके बाद विद्यालय की बच्चियों द्वारा देवी मां के सुंदर-सुंदर गीत का गायन किया गया इस कार्यक्रम को मूर्त रूप देने में विद्यालय के अध्यापकों का भी योगदान सराहनीय रहा ।इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक अभिषेक तिवारी द्वारा बच्चों को पुरस्कृत किया गया ।

संवाददाता  – अजय पाठक

Dainik Anmol News Team