बैरिया | राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबे छपरा, बलिया में बुधवार को आजादी के अमृत महोत्सव सह रक्तदान अमृत महोत्सव के अंतर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम सभी स्वयंसेवियों,छात्र छात्राएं ,शिक्षक व कर्मचारियों ने राष्ट्रगान का गायन किया। तदुपरान्त रैली के रूप में रक्तदान विषयक प्रेरक नारों को बोलते हुए ग्राम गपालपुर, डुबेछापरा,और उदई छपरा में भ्रमण करते हुए जन जागरूकता अभियान चलाया। वापस कॉलेज में आकर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ,जिसका विषय था “रक्तदान एक महादान” । गोष्ठी में विषयवस्तु पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय मिश्र ने कहा कि आज के बढ़ते हुआ दुर्घटनाओं और विमारियों के दौर में रक्तदान एक पुण्य कार्य है। एक यूनिट रक्तदान से कम से कम तीन चार व्यक्तियों का जीवन बचाया जा सकता है,इसीलिए यह महादान है। एक स्वस्थ आदमी वर्ष में चार बार रक्तदान कर सकता है। नियमित रक्तदान करने से शरीर में आयरन का संतुलन, हृदय मजबूत तथा कैंसर जैसी बिमारियों का खतरा कम होता है , साथ ही हमें आत्मसंतुष्टि भी मिलती है। अतः प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान अवश्य करें। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शिवेश प्रसाद रॉय ने कहा कि रक्तदान दिवस 14 जून को ही क्यों मनाया जाता है ,क्योंकि इसी दिन कार्ल लैंडस्टीन का जन्म हुआ था,जिन्होंने रक्त को ग्रुपों में बांटा था। इसकी शुरुआत 2004 से हुई। इस अवसर पर स्वयंसेवियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अंत में प्राचार्य प्रो गौरी शंकर द्विवेदी के आशीर्वचन से गोष्ठी का समापन हुआ। इस अवसर पर श्री अच्छेलाल ठाकुर, शिवाजी तिवारी ,रविन्द्र ठाकुर इत्यादि उपस्थित रहे।