बलिया। गंगा के रौद्र रूप से तट वासियों में भय का माहौल बन गया है। गांव के लोग अपने आशियाना को अपने हाथों से तोड़ने को मजबूर दिख रहे हैं। गंगा पार नौरंगा,भुवाल छपरा,भगवानपुर, जवैनिया आदि गांव के लोगों की कीमती व उपजाऊ जमीन गंगा की प्रचंड लहरें अपने पेटे में लेने को आतुर दिख रही हैं। किनारे के लोग अपने घर को खाली कर सुरक्षित ठिकाने की तरफ अपने परिवार सहित सामानों को समेट कर भागने को मजबूर हैं। नौरंगा गांव को गंगा का पानी चौतरफा घेरना शुरू कर दिया है। फेंकू ब्रम्ह बाबा के समीप बना सामुदायिक शौचालय में पानी के दबाव से दरार पड़ गया है। नौरंगा गांव के समाजसेवी लकड़ी मिश्र ने बताया कि इस बार तीसरी बार गंगा में पानी का बढ़ाव व गंगा का रौद्र रूप होने से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। लोग अपने आशियाने को अपने आँखों के सामने गंगा में समाहित होते देखकर काफी गमगीन हो जारहा है। लोग अपने भाग्य को कोसते हुये सीने पर पत्थर रखकर कहते सुने जा रहे है कि शायद विधाता को यही मंजूर है। गंगा तटीय इलाके के लोगों को अब यह विश्वास हो चला था कि अब इस वर्ष शायद बाढ़ नही आयेगी। परन्तु अचानक आई बाढ़ ने लोगों को सकते में डाल दिया। इधर दूबे छपरा,गोपालपुर,केहरपुर,रिकनी छपरा,पांडेयपुर,दया छपरा में आदि गांवों में गंगा का पानी आने से लोगो का प्रमुख मार्ग से संपर्क लगभग कटता जा रहा है। उपजिलाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि बाढ़ से बचाव के लिये लेखपाल व कानूनगो को बाढ़ चौकियों पर 24/7 समय तैनाती की गयी है। जानमाल का नुकसान न हो इसके लिये लोगो को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिये कहा जा रहा है। फिलहाल गंगा में बढ़ाव जारी है।