सुखपुरा(बलिया) : सरकार लाख दावे करें लेकिन स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।मरीजों का शोषण बदस्तूर जारी है।स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मरीज पैसा कमाने की मशीन बन चुके हैं।शनिवार को कस्बे की एक पीड़िता भी इनके आर्थिक शोषण का शिकार बनी।कस्बे की गुड्डन सिंह पत्नी मन्नू सिंह को कुत्ते ने काट दिया। इंजेक्शन लगाने वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरुआरबारी पहुंची जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि यहां रेबीज का इंजेक्शन नहीं है बाहर से खरीद कर मंगाना पड़ेगा,लिहाजा आप 100 रुपये दीजिए और एक सिरिंज भी बाहर से ही मगंवा लीजिए।पीड़िता ने 100 रुपये दिया और सिरिंज भी बाहर से खरीद कर मंगवाया।तब फार्मासिस्ट ने अपने ही स्टॉक से इंजेक्शन लगा दिया।इसकी शिकायत गुड्डन सिंह ने जब प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से करनी चाही तो फार्मासिस्ट उस महिला को उनके यहां जाने नहींं दिया।ऐसे में गुड्डन सिंह घर चली आई।बाद में उसके पति ने इसकी शिकायत जब फोन से मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की तो उनके द्वारा यह बताया गया कि रेबीज इंजेक्शन बेरुआरबारी प्राथमिक स्वास्थ्य पर उपलब्ध है और उसे निशुल्क लगाना है।अगर पैसा लेकर लगाया गया है तो यह बहुत ही शर्मनाक व गलत है।इसकी जांच की जाएगी और दोषी व्यक्ति को के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।