161 लोगों की मौत
मौतों का आंकड़ा 1,58,607 पर पहुंच गया है. रविवार को इसमें 161 लोगों का आंकड़ा जुड़ा है, जो 44 दिनों में रिकॉर्ड है. यह सुबह 8 बजे जारी डेटा के मुताबिक है. देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2,10,544 हो गई है, जो कुल संक्रमण का 1.85 फीसदी है. रिकवरी रेट घटकर 96.75 फीसदी हो गया, जो शनिवार को 96.82 फीसदी पर था.
डेटा के मुताबिक, बीमारी से रिकवर हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,09,89,897 पर पहुंच गई है, जबकि केस मृत्यु दर 1.40 फीसदी पर है.
भारत में कोविड-19 का आंकड़ा 7 अगस्त को 20 लाख के आंकड़े को पार कर गया, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चला गया. यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को 1 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, 13 मार्च तक 22,67,03,641 सैंपल टेस्ट किए गए थे, जिसमें शनिवार को 8,64,368 नए टेस्ट हुए हैं. 161 मौतों में, 88 महाराष्ट्र, 22 पंजाब और 12 केरल से शामिल हैं.
सबसे ज्यादा माहारष्ट्र में मौतें
अब तक देश में 1,58,607 मौतें सामने आई हैं, जिसमें 52,811 महाराष्ट्र, 12,543 तमिलनाडु, 12,387 कर्नाटक, 10,939 दिल्ली, 10,288 पश्चिम बंगाल, 8,745 उत्तर प्रदेश और 7,182 आंध्र प्रदेश में हुई हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर दिया कि 70 फीसदी से ज्यादा मौतें साथ में कोई दूसरी बीमारी (comorbidities) के कारण हुई हैं.
बता दें कि कोरोना महामारी का संकट एक बार फिर तेजी से बढ़ता जा रहा है. महाराष्ट्र के ठाणे और नागपुर के बाद अब औरंगाबाद जिले में भी लॉकडाउन लगाया जा रहा है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते औरंगाबाद में वीकेंड्स पर कंप्लीट लॉकडाउन लगाया गया है. इसके अलावा नागपुर में भी वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है जबकि 15-21 मार्च तक लगातार कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा.